Knee pain home remedies।घुटने के दर्द के कारण और घरेलू उपचार

 घुटनों के दर्द(knee pain) के कारण(causes) और घरेलू उपचार(home remedies)

घुटनों के दर्द के कारणघुटने के दर्द
घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार

घुटने के दर्द(knee pain) का कारण(causes) जानने के पश्चात आसानी से घरेलू उपचार(home remedies) द्वारा घुटने के दर्द से छुटकारा पाया जा सकता है।

वर्तमान जीवनशैली के कारण बच्चों बूढ़ों और जवानों को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है,उन्हीं समस्याओं में से एक है "घुटनों में दर्द"।
वैसे तो यह माना जाता है, की यह समस्या आम तौर पर बुजुर्गों में होती है किंतु वर्तमान दिनचर्या और खानपान की आदतों, के कारण घुटनों में दर्द (knee pain)की समस्या आजकल बच्चों और युवाओं में भी देखने को मिल रही है।

वैसे तो घुटनों का दर्द कोई बड़ी समस्या नहीं है किंतु यदि ध्यान नहीं दिया जाए और लंबे समय तक घुटनों में दर्द बना रहे तो यह सामान्य दिनचर्या को भी प्रभावित करना शुरू कर देता है और व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों को करने में भी परेशानी  का अनुभव करने लगता है।

यदि समय पर घुटनों के दर्द का इलाज नहीं करवाया गया तो यह समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जाती है और प्रभावित व्यक्ति का जीवन दूभर हो जाता है। व्यक्ति ठीक से उठने बैठने और चलने लायक नही रह पाता है।

घुटनों के दर्द के कारण(knee pain causes)

घुटनों में दर्द का कोई एक निश्चित कारण नही होता है। घुटनों का दर्द कई कारणों से हो सकता है। घुटनों में दर्द  के कुछ सामान्य कारण निम्न प्रकार से हो सकते हैं -

1. बैठने का गलत तरीका

कुछ लोगों को इस प्रकार के कार्य करने होते हैं,जिसमे उनको घंटों बैठना पड़ता है,थकान के कारण उनके बैठने का पोश्चर बदलता रहता है और वह इसमें कई बार गलत तरीके का लंबे समय तक इस्तेमाल करते है जिसके कारण उनके घुटनों पर जोर पड़ता है।इसी स्थिति में उनकी घुटने की कटोरी पर जोर पड़ता है जो समयांतराल के बाद  दर्द का कारण बन सकता है।

कुछ लोगों को घंटो तक खड़े होकर काम करना पड़ता है,यह लगातार खड़े रहना भी  दर्द की एक वजह होती है। क्योंकि शरीर का सारा वजन घुटनों पर आ जाता है।लंबे समय तक घुटनों पर वजन के कारण मांसपेशियों के टेंडन कमजोर पड़ जाते है, जो घुटने में दर्द की समस्या पैदा कर देता है।

2. आर्थराइटिस

घुटनों के दर्द का अगला कारण आर्थराइटिस हो सकता है। वैसे तो या समस्या आमतौर पर चालीस की उम्र के बाद उत्पन्न होती है। किंतु आजकल गलत खानपान और जीवनशैली के कारण यह समस्या यूवा वर्ग में में भी देखने को मिल रही हैं। आर्थराइटिस मुख्य रूप से एक वातज रोग है जो वातज पदार्थों के निरंतर सेवन के कारण उत्पन्न होता है।

आर्थराइटिस रोग में घुटनों की मांसपेशियों में सूजन उत्पन्न हो जाती हैं जो शुरू में तो अस्थायी होती है किंतु धीरे धीरे स्थायी हो जाती है और पीड़ित व्यक्ति को लगातार जोड़ों में दर्द बना रहता है। दर्द आरंभ में तो सामान्य होता है किंतु धीरे धीरे इतना भयावह रूप धारण कर लेता है की रोगी का चलना फिरना, उठना बैठना दूभर हो जाता है।वह न तो सीडियां चढ़ सकता है और न कोई भारी काम ही कर सकता है, यहां तक कि सामान्य रूप से चलने में भी उसे परेशानी का सामना करना पढ़ता है।

3.मोटापा या अधिक वजन होना

वर्तमान में आरामतलब जीवन,और खानपान की लापरवाही,शारीरिक श्रम की कमी के कारण अधिकांश लोग मोटापे का शिकार हो जाते है,अर्थात वजन अनियंत्रित हो जाता है।जब इस व्यक्ति चलते हैं उठते हैं बैठते है तो उनके घुटनों पर अत्यधिक जोर पड़ता है, जिसके कारण घुटनों की मांसपेशियों पर लगातार दबाव बना रहता है जिसके कारण उनमें सूजन आ जाती है या मांसपेशियो में खिंचाव आ जाता है या फिर घुटनों के हड्डियों के बीच की गद्दी घिस जाती है और वे घुटनों के दर्द का शिकार हो जाते है।

4. बरसायटिस

बरसा में सूजन के कारण यह रोग उत्पन्न होता है।बरसा हमारे जोड़ों की हड्डियों के बीच एक गादी या कुशन होता है जो हमारे जोड़ों की हड्डियों में गति के दौरान घर्षण नही होने देता है। बरसा में सूजन के कारण हड्डियों का दबाव आ जाता है जो दर्द का कारण बनता है।

सामान्यतया यह परेशानी उन लोगों में ज्यादा पाई जाती है जो या तो खिलाड़ी होते है या फिर जिम करने के शौकीन होते।क्योंकि इन कार्यों में एक ही गतिविधि को बार बार दोहराया जाता है जिसके कारण घर्षण एक ही स्थान पर ज्यादा होता है और बरसा में या तो सूजन आ जाती है या यह घिसना शुरू कर देती है जिसके कारण हड्डियों के बीच घर्षण बाद जाता है।

5. फ्रैक्चर

किसी दुर्घटना के कारण यदि घुटने की हड्डी को चोट पहुंचती है तो वह भी घुटनों के दर्द का कारण हो सकती है।दुर्घटना में यदि घुटने की हड्डी में फ्रैक्चर हो जाए और वह ठीक से सेट नही हो पाए तो भी घुटनों में दर्द हो सकता है।

6.मांसपेशियों की स्ट्रक्चर में बदलाव

किसी कारण से यदि मांसपेशियों के स्ट्रक्चर में बदलाव आता है तो वह भी घुटनों के दर्द का कारण हो सकता है।
अतः हमे अपनी मांसपेशियों के स्वास्थ्य और पोषण पर ध्यान देना चाहिए।
कुछ अन्य सामान्य कारण भी हो सकते है घुटनों के दर्द के जैसेकी पानी की कमी,नशीले पदार्थो का सेवन,गलत फुटवियर पहनना,फास्ट फूड का अत्यधिक सेवन करना आदि।

घुटनों के दर्द से बचाव

वैसे तो घुटनों में दर्द कोई रोग नही होता है और हम जीवनशैली में कुछ सामान्य से बदलाव करके घुटनों के दर्द से बचाव कर सकते है।
जैसे की हम अपने भोजन में कैल्शियम युक्त पदार्थ,लो फैट दूध,डेयरी प्रोडक्ट हरी प्तेदार सब्जियों का नियमित रूप से सेवन कर इस समस्या से बच सकते है।
कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी अत्यंत ही आवश्यक होता है,जो हमे केवल सूर्य की रोशनी एक से प्राप्त होता है अतः दिन में एक या आधा घंटा धूप में जरूर रहना चाहिए।ताकि हमे पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी प्राप्त हो सके।
आपने वजन को नियंत्रित रखे, इसके लिए आप शारीरिक श्रम को अपने जीवन का हिस्सा बनाए।फैटी फूड का कम से कम।इस्तेमाल करे।
बालू वाली या घांस वाली मुलायम सतह पर जॉगिंग या रनिंग करे।या थोड़ी बहु साइक्लिंग कर।यदि समस्या ज्यादा हो तो अपने बैठने,उठने चलने के तरीके में सुधार करे।

घुटनों के दर्द(knee) के घरेलू उपचार(home remedies)

1.घुटनों के दर्द का रामबाण उपाय गुड़,हल्दी, व दही का मिश्रण


घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार
घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार

गुड़ - आमतौर पर  हम घर में चीनी का उपयोग करते है। लेकिन चीनी हमारी हड्डियों से कैल्शियम चूसने का कार्य करती है। वहीं गुड़ के अंदर कैल्शियम एवं मैग्नीशियम जैसे कई पदार्थ होते हैं जो आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जाने जाते हैं। गुड़ के यही गुण आपको घुटनों के दर्द से राहत दिलाने में काम आ सकते हैं।

घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार
बहुत ही आसान है घुटनों के दर्द से छुटकारा पाना


हल्दी
-हल्दी को सदियों से भारतीय रसोई के अंदर उपयोग किया जाता है।साथ ही इसके अंदर एंटीसेप्टिक गुण और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पे जाता हैं जो सूजन और दर्द से राहत दिलाता हैं। यही नहीं  चोट से लेकर जख्मों के भरने में भी हल्दी का उपयोग लाभकारी माना जाता है। इसके इन्हीं गुणों के कारण यह आपके घुटनों के दर्द से भी राहत दिलाएगी।

दही -दही का सेवन हम सभी किसी न किसी रूप में जरूर करते है।लेकिन क्या आप जानते हैं कि दही को कैल्शियम का एक बेहतरीन स्रोत माना जाता है। कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाने और उनके विकास के लिए जाना जाता है। दही के यह गुण आपके घुटनों के दर्द से राहत दिला सकते हैं।
मिश्रण बनाने की विधि -इसके लिए आप सबसे पहले थोड़ा सा गुड़ ले।और इसे पीस कर चूरा बना लें। आप चाहें तो गुड़ का पाउडर भी उपयोग कर सकते हैं।अब इस पाउडर में आधा चम्मच हल्दी पाउडर डालें।इसके बाद एक चम्मच दही को इसके अंदर डाले और थोड़ा सा पानी डालें।अब इन तीनों को अच्छी तरह मिलाकर एक पेस्ट तैयार करके रख लें।
जब यह तैयार हो जाए तो इसे आप अपने घुटनों पर तब लगाएं जब आपको दर्द महसूस हो। आप दिन में एक बार इसका उपयोग घुटनों पर कर सकते हैं। इस पेस्ट को अपने घुटनों पर लगाकर 15 मिनट तक रखें और फिर पानी से धो लें। लेकिन अगर आपको अधिक दर्द है तो  रात को लगाकर सोएं। अगर आपको दर्द अक्सर रहता है तो आप इसका उपयोग सप्ताह में कई बार कर सकते हैं।

2.घुटनों में दर्द के लिए फायदेमंद है यह ड्रिंक

यह  एक ऐसा ड्रिंक है  जिसका सेवन करने से घुटनों के दर्द में बहुत जल्दी फायदा मिल सकता है। इस ड्रिंक का कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा। इसे पीने से न सिर्फ घुटनों में दर्द फायदा होता है बल्‍कि शरीर को ताकत भी मिलती है। सलाह दी जाती है कि इस ड्रिंक को रात में सोने से पहले पीना चाहिए। 20 दिनों तक इस पेय का सेवन करने से घुटनों के दर्द में काफी ज्‍यादा फायदा मिलता है। वे लोग जिनके घुटनों में काफी ज्‍यादा तकलीफ रहती है वो इसे कम से कम 2 महीनों तक रोज पीएं ।

घुटनों के दर्द के लिए ड्रिंकबनाने की सामग्री -
घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार
घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार



काली मिर्च
काली मिर्च में पाया जाने वाला पिपरिन एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री गुणों के कारण घुटनों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है।

जीरा
अधिक वजन वाले लोगों को घुटनों में दर्द की समस्‍या काफी आम रहती है। इसलिए ये जीरा का पानी या केवल जीरा चबाने से भी वजन कम करने में मदद मिलती है। जीरा आयरन से भरपूर होता है। इसके अलावा यह आपके ब्‍लड शुगर लेवल को कम करने में मदद करता है। बताए गए इस ड्रिंक को पीने से आप सारा दिन हाइड्रेट भी रहेंगे।
घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार
घुटने के दर्द के कारण ,ये है घरेलू उपचार


मेथी दाना
 मेथी का उपयोग कई बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। यदि आप मधुमेह के रोगी हैं तो एक चम्मच मेथी का सेवन करने से शुगर लेवल कंट्रोल रहेगा। इसे नियमित लेने से घुटनों के दर्द में आराम मिलता है।
ड्रिंक बनाने की विधि -
इसे बनाने के लिए सबसे पहले हम एक छोटा चम्मच मेथी को मिक्‍सर जार में डालकर ग्राइंड करेंगे। उसके बाद इसे छन्नी की मदद से एक बार छान लेंगे। और फिर इसे एक अलग कटोरे में रख लेंगे।
अब एक छोटाकाली मिर्च के दानों को मिक्‍सी में पीसकर उसके पावडर बनाकर छान लेंगे।अब आखिर में हम एक छोटा चम्मच जीरे को भी ग्राइंड कर लेंगे और पाउडर को छान कर कटोरे में रख लेंगे।
अब इन सभी पावडर को एक साथ मिक्‍स करें और एक एयर टाइट कंटेनर में डाल दें।अब एक गिलास पानी में आधा चम्‍मच तैयार पावडर डालें।इसे अच्‍छी तहर से मिक्‍स करें ड्रिंक पीने के लिए तैयार है।यह ड्रिंक आपको थोड़ा सा तीखा लग सकता है इसलिये अगर आप चाहें तो इसमें थोड़ा सा गुड मिक्‍स कर सकते हैं।

ये लेख केवल घुटने के दर्द (knee pain)के कारण(causes) और घरेलू उपचार (home remedies)की सामान्य जानकारी हेतु है,यद्यपि उपचार में ऐसा कोई पदार्थ शामिल नहीं है जो हानि पहुंचाता हो, अतः आराम निश्चित ही होगा किंतु आराम न होने पर अपने डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।







टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शीघ्रपतन(premature ejaculation) की समस्या ,करें ये आसान आयुर्वेदिक उपचार ,

बवासीर का अंत तुरंत,कर लें ये उपाय

अश्वगंधा एक वरदान,अनेक है इसके फायदे