Dalchini ke fayde। हैरान हो जाएंगे आप दालचीनी के इन 5 फायदों को जानकर
दालचीनी के फायदे(Dalchini ke fayde)
दालचीनी परिचय
दालचीनी (Cinnamomum verum, या C. zeylanicum) एक छोटा सदाबहार पेड़ है, जो कि 10–15 मी (32.8-49.2फीट) ऊंचा होता है, यह लौरेसिई (Lauraceae) परिवार का है।
दालचीनी के फायदे |
दालचीनी के पोषक तत्व
पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम -
मिनरल
विटामिन
विटामिन-सी3.8 mg,थियामिन0.022 mg,राइबोफ्लेविन0.041 mg,नियासिन1.332 mg,पैंटोथैनिक एसिड0.358 mg,विटामिन-बी 60.158 mg,फोलेट6 µg,विटामिन-ए15 µg,कैरोटीन, बीटा 112 µg, कैरोटीन, अल्फा 1 µg,लाइकोपीन 15 µg,ल्यूटिन + जेक्सैंथिन222 µg,विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल)2.32 mg।mg।दालचीनी के फायदे
1.पाचन में सुधार
दालचीनी के फायदे |
दालचीनी, काली मिर्च पावडर और शहद आदि मिलाकर भोजन के बाद लेने से पेट अफारा नहीं होता।
दालचीनी से जी मचलना, उल्टी और जुलाब रुकते है।
कब्ज ओर गैस की समस्या कम करने के लिये दालचीनी के पत्तों का चूर्ण और काढा बना कर लिया जाता है।
2.सर्दी, खांसी या गले की तकलीफों में -
सर्दी, खांसी या गले की तकलीफों में दालचीनी बेहद बढ़िया असरदायक दवा का काम कर सकती है. इसे पीसकर एक चम्मच शहद के साथ एक चुटकी मात्रा में खाने से जुकाम में आराम मिलता है.3.मोटापा -
4.दालचीनी की चाय बी पी,शुगर को कंट्रोल करती हैं-
यह इंसुलिन की संवेदनशीलता को भी बढ़ाता है और इस तरह शुगर (मधुमेह) लेवल को भी नियंत्रण में रखता है।
सुबह के वक्त में दालचीनी की चाय पीने से मेटाबॉलिज्म और पाचन में सुधार होता है जिससे मोटापे को कम करने में मदद मिलती है।
5.दालचीनी शरीर की सुजन को दूर करती है।
इसके अलावा यह जोड़ों और मांसपेशियों के दर्द को दूर करने में मदद करती है। इस तरह से दालचीनी के फायदे दर्द और सूजन की विभिन्न स्थितियों के लिए प्राप्त किये जा सकते है।
6.फंगल इंफेक्शन
दालचीनी के फायदे में फंगल इन्फेक्शन को कम करना भी शामिल है। दरअसल, दालचीनी में एंटी-फंगल गुण होते हैं, जो फंगल संक्रमण से शरीर को बचाने व इससे संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं । दालचीनी के तेल में पाया जाना वाला एंटी-फंगल प्रभाव कैंडिडा अल्बिकन्स, कैंडिडा ट्रॉपिकल और कैंडिडा क्रूसि से लड़ने में मदद कर सकता है।
7.स्वस्थ बाल
दालचीनी के पेड़ की पत्तियों का इस्तेमाल बालों को स्वस्थ रखने और घने बनाने के लिए किया जा सकता है। कई लोग एलोपिसिया या गंजेपन को दूर करने के लिए भी इसका उपयोग करते हैं। यह हेयर फॉलिकल्स की ग्रोथ को बढ़ाकर बालों को घना करने में मदद कर सकती है। हालांकि, इसमें मौजूद कौन सा तत्व बालों को बढ़ाने और गंजापन को कम करने का काम करता है, यह स्पष्ट नहीं है । इसकी पत्तियों के पेस्ट को बालों पर सीधे लगाकर धो सकते हैं। इसके अलावा पत्तियों को उबालकर काढ़ा बनने के बाद उससे बालों को धोया भी जा सकता है। ध्यान रखें कि काढ़ा ठंडा होने पर ही उसका इस्तेमाल हो।
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