महिलाओं में एनीमिया,आयरन ही नहीं प्रोटीन की कमी से भी होता है
महिलाओं में एनीमिया का कारण प्रोटीन की कमी(anemia caused by protein deficiency in a woman)
एनीमिया(anemia) का सबसे बड़ा कारण शरीर में आयरन की कमी होना है। जब शरीर में रेड ब्लड सेल्स धीरे धीरे खत्म होने लगते है और बॉडी को जरूरत के अनुसार डाइट नहीं मिलती तो,इससे खून की कमी होने लगती है। इसके साथ ज्यादातर ये परेशानी किशोरावस्था और महिलाओं में पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग से भी हो जाती है। बता दें कि शरीर में एनीमिया की कमी से दूसरी अन्य बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। गर्भवती महिलाओं को एनीमिया होने की की ज्यादा संभावना वाले केस सामने आते हैं। इसलिए गर्भवती महिलाओं के लिए हेल्दी डाइट(healthy diet) ध्यान देना चाहिए ।महिलाओं में एनीमिया,आयरन ही नहीं प्रोटीन की कमी से भी होता है |
हालांकि आयरन की कमी एनीमिया का प्रमुख कारण होता है,किंतु प्रोटीन की कमी(protein deficiency) भी इसका एक अतिरिक्त कारण है।
प्रोटीन(protein) हमारे न्यूट्रिशन का महत्वपूर्ण घटक है। मांसपेशियों, अंगों, त्वचा, एंजाइम सभी के लिए जरूरी है। अगर पोषण की बात करें तो महिलाओं में प्रोटीन की कमी (protein deficiency) भी पाई जाती है। प्रोटीन की वजह से महिलाएं कुपोषण का शिकार हो सकती हैं। उनमें एनीमिया (animea) होने का एक कारण प्रोटीन को भी माना जाता है। हिमोग्लोबिन की कमी होने में प्रोटीन की भूमिका भी होती है।
महिलाओं में प्रोटीन की कमी के लक्षण(symptoms of protein deficiency in a woman)
महिलाओं में प्रोटीन की कमी(protein deficiency) के चलते वे कुपोषण का शिकार होती है। इससे उनकी त्वचा ढीली पड़ जाती है और उसमें झुर्रियां आने लगती है, साथ ही ग्लोइंग स्किन डल हो जाती है।। कमजोरी भी इसकी वजह हो सकती है। कई बार महिलाओं को हाथ पैरों और आंखों के नीचे सूजन की शिकायत भी होती है। उनको बिना काम किए भी थकान महसूस हो सकती है। एनीमिया के कारण दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है। सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, सिर दर्द, त्वचा पीली पड़ जाना, छाती में दर्द इत्यादि लक्षण भी एनीमिया में दिखाई दे सकते हैं।गर्भवती महिलाओं के लिए हेल्दी डायट अत्यंत आवश्यक होती है। प्रोटीन हेल्दी डाइट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। यूट्रस का आकार बढ़ने के लिए टिशु ग्रोथ अधिक होनी चाहिए। इसके लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। बच्चे के विकास पर इसका असर पड़ता है। दूसरे गर्भस्थ शिशु की इम्यूनिटी भी प्रभावित होती है।
कई बार किशोरावस्था में लड़कियों की हाइट अधिक नहीं बढ़ती है और पाचन तंत्र भी कमजोर रहता है। इस समय प्रोटीन की कमी(protein deficiency) पर भी ध्यान देना चाहिए। इस उम्र में प्रोटीन पर्याप्त मात्रा में बच्चों को मिलना चाहिए।
प्रोटीन युक्त हेल्दी डाइट एनीमिया के लिए (healthy diet with protein for anemia)
अपने आहार में उन चीजों को शामिल करें जिन से प्रोटीन मिलता है जैसे दूध, दालें,बींस,टोफू- पनीर,पीनट,बटर क्विनोवा आदि।प्रोटीन को कमी(protein deficiency) को पूरा करने के लिए साबुत अनाज का प्रयोग करें। ब्राउन राइस खाए। खाने में सीड्स जैसे चीया और सनफ्लावर सीड्स का उपयोग बढ़ाएं।
स्नेक्स के विकल्प के रूप में आलू चिप्स के बजाय नट्स का प्रयोग करें। प्रोटीन शेक एक आसान और सुविधाजनक तरीका है जिससे आप अपने प्रोटीन की आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं
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