हल्दी दूध का ऐसे करें उपयोग, वरना फायदे की जगह होगा नुकसान

हल्दी दूध के फायदे नुकसान और उपयोग का तरीका(haldi vale doodh ke fayde nuksan or upyog ka tarika)

 हल्दी(haldi) का उपयोग भारतीय रसोई में मसाले के रूप में प्रतिदिन किया जाता है। किंतु यदि हल्दी के गुणों का उपयोग अच्छी तरह से करना है,तो यह जानना अत्यंत जरूरी है कि हल्दी का उपयोग किस पदार्थ के साथ करने से किस प्रकार के फायदे अथवा नुकसान हो सकते हैं।

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हल्दी दूध का ऐसे करें उपयोग, वरना फायदे की जगह होगा नुकसान


प्राचीन काल से ही हल्दी का उपयोग औषधि के रूप में दूध(dudh) के साथ अथवा दूध गुड़ के साथ किया जाता रहा है। इस आलेख में हम आपको दूध हल्दी के फायदे और नुकसान (fayde or nuksan) बताने के साथ ही इनके उपयोग से जुड़ी अन्य जानकारी भी प्रदान करेंगे।

हल्दी एक परिचय(haldi EK parichay)

हल्दी एक भारतीय वनस्पति है। इसका उपयोग भारतीय रसोई में प्रतिदिन किया जाता है। प्राचीन काल से ही हल्दी को आयुर्वेद में एक चमत्कारिक द्रव्य के रूप में माना जाता रहा है। आयुर्वेद के अनुसार हल्दी एक अत्यंत ही गुणकारी औषधि होती है। इस औषधि का उपयोग आयुर्वेद में अन्य कुछ पदार्थों के साथ विशिष्ट स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता है। इसे हल्दी,टरमरिक,कुरकुमा लाेंगा,हरिद्रा कुमकुम, हरदल इत्यादि नामों से जाना जाता है।

हल्दी में रासायनिक रूप से उड़न शील तेल 5.8%, प्रोटीन 6.3%, द्रव्य 5.1%, खनिज द्रव्य 3.5%, और कार्बोहाइड्रेट 68.4% के अतिरिक्त कुर्कुमीन नामक पीत रंजक द्रव्य, विटामिन A पाए जाते हैं।

हल्दी दूध बनाने की विधि (haldi doodh banane ki vidhi)

हल्दी वाला दूध अत्यंत ही गुणकारी माना जाता है। प्राचीन काल से ही हल्दी दूध के फायदे प्राप्त करने के लिए सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं में जैसे सर्दी जुकाम और चोट लगने पर हल्दी वाले दूध का उपयोग किया जाता है। सामान्य रूप से दूध को गर्म कर उसमें एक चुटकी हल्दी मिलाकर हल्दी वाला दूध तैयार कर लिया जाता है। जोकि हल्दी दूध तैयार करने का सही तरीका नहीं है।

हल्दी वाला दूध तैयार करने के लिए सबसे पहले कुछ मात्रा में हल्दी को बारीक कूटकर हल्की दरदरी पीस लिया जाता है। फिर दो भाग दूध और एक भाग पानी लेकर उसको उबाल लिया जाता है। इसके पश्चात इसमें बारीक की गई हल्दी को आवश्यकतानुसार मिलाकर 5 से 7 मिनट तक उबला जाता है। जिससे हल्दी के पोषक तत्व दूध में अच्छी तरह से मिल जाते हैं। यह हल्दी दूध बनाने की सही विधि है। अब प्रश्न उठता है कि दूध में हल्दी की कितनी मात्रा होनी चाहिए। दो कप दूध में एक चुटकी हल्दी की मात्रा पर्याप्त होती है।

हल्दी वाला दूध पीने के फायदे (haldi vala doodh peene ke fayde)

हल्दी को आयुर्वेद में अत्यंत ही गुणकारी औषधि माना जाता है। वैसे तो हम हल्दी का उपयोग रसोई में प्रतिदिन करते हैं किंतु यदि हल्दी और दूध का उपयोग साथ करने से इसके फायदे बड़ जाते है। हल्दी  को आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर माना जाता है।हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक के गुण पाए जाते हैं।जब इन दोनों को एक साथ मिला दिया जाता है, तो इनके गुण और बढ़ जाते हैं। हल्दी-दूध में कैल्शियम, आयरन, सोडियम, ऊर्जा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं।हल्दी दूध के फायदे इस प्रकार है -

1. सर्दी जुकाम में हल्दी वाला दूध पीने के फायदे

 सर्दियों के मौसम में सर्दी जुकाम एक आम समस्या होती है।अक्सर लोग सर्दियों में हल्दी वाला दूध का सेवन करते हैं।ऐसा इसलिए क्योंकि हल्दी की तासीर गर्म होती है। हल्दी में मौजूद एंटीबायोटिक प्रॉपर्टीज और दूध में मौजूद विटामिंस और मिनरल्स सर्दी जुकाम की समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं।

2.इम्यूनिटी बढाने में सहायक है हल्दी दूध

शरीर की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए हल्दी वाला दूध अत्यंत ही लाभदायक होता है। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक पदार्थ इम्यूनिटी बढ़ाने वाले एजेंट के रूप में कार्य करता है। हल्दी दूध पीने से इस गुण के कारण कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं में भी लाभ प्राप्त होता है।

3. शरीर की सूजन को ठीक करने में फायदा करता है हल्दी और दूध

बढ़ती उम्र के साथ व्यक्ति के शरीर में कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं में से एक होती है शरीर की सूजन जो विभिन्न अंगों में हो सकती है। हल्दी और दूध को एक साथ पीने से सूजन की समस्या में काफी हद तक फायदा पहुंचता है। सूजन की समस्या, विशेषकर गठिया आदि में भी हल्दी वाले दूध को काफी फायदेमंद माना जाता है।साथ ही हल्दी शरीर के दर्द को भी दूर करती है।

4. बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन को रोकता है हल्दी वाला दूध

हल्दी वाला दूध इसमें मौजूद एंटीबायोटिक एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण मौसम में बदलाव के समय होने वाले वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव करता है।पेट के अल्सर, डायरिया, अपच, कोलाइटिस एवं बवासीर जैसी समस्याओं में भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है।  बैक्टीरिया से बचाव के साथ-साथ यह बैक्टीरियल इनफेक्शन को समाप्त करने में भी लाभप्रद होता है।

5. पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है हल्दी दूध

दूध में हल्दी मिलाकर इनमें से हमारी पाचन क्रिया दुरुस्त होती है। दूध हल्दी में मौजूद पदार्थ हमारे शरीर के पाचन अंगों को मजबूत बनाते हैं।  पेट के अल्सर,डायरिया,अपच, कोलाइटिस एवं बवासीर जैसी समस्याओं में भी हल्दी वाला दूध फायदेमंद है। इसके लिए आप रात को हल्दी वाला दूध पीकर सो जाएं।

6.ग्लोइंग स्किन के लिए हल्दी और दूध के फायदे

दूध में हल्दी मिलाकर पीने से हमारी त्वचा में प्राकृतिक निखार आता है। दूध हमारी त्वचा की चमक को बढ़ाता है वहीं हल्दी में मौजूद एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टीरियल गुण त्वचा में होने वाले सामान्य समस्याओं जैसे मुहासे कील एक्ने अन्य प्रकार के इंफेक्शन को समाप्त करता है।

7. दूध में हल्दी मिलाकर पीने से अनिद्रा रोग दूर होता है।

तनाव या अन्य स्वास्थ्य विकार किसी भी कारण से  यदि आपको अनिद्रा की समस्या है तो इसके लिए आपको सिर्फ यह करना है की रात्रि के समय दूध में हल्दी मिलाकर पीकर सो जाएं। इसके आश्चर्यजनक फायदे देखकर आप हैरान हो जाएंगे।

8. डायबिटीज को नियंत्रित करता है हल्दी वाला दूध

हल्दी में मौजूद करक्यूमिन टाइप टू डायबिटीज मेलिटस को रोकने में मदद करता है।कोशिकाएं इंसुलिन के साथ अच्छी तरह से प्रतिक्रिया नहीं कर पाती हैं, ऐसे में रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। इसके अलावा करक्यूमिन इंफ्लामेटरी साइटोकिन्स के गठन को भी रोक देता है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल बढ़ने नहीं पाता। 

9. किडनी में हल्दी दूध के फायदे

किडनी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग होती है। यह कई प्रकार के टॉक्सिक पदार्थों को मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकालने का कार्य करती है। अतः इसकी देखभाल करना अत्यंत आवश्यक होता है। हल्दी में दूध मिलाकर पीने से हमारी किडनी की समस्त क्रियाएं सुचारू रूप से संचालित होती है।इसके अलावा हल्दी दूध किडनी में पथरी बनने से भी रोकता है।

हल्दी दूध के नुकसान

गलत मात्रा गलत समय और गलत व्यक्तियों के द्वारा हल्दी दूध का सेवन फायदे की जगह नुकसान भी पहुंचा सकता है। अतः हल्दी में दूध मिलाकर पीने से पहले कुछ बातें ध्यान में रखनी होंगी -

गर्म तासीर की होती है हल्दी गर्मियों में इसका सेवन नहीं करें

आयुर्वेदिक मान्यता के अनुसार हल्दी की तासीर गर्म होती है इसलिए गर्मियों के मौसम में हल्दी दूध का सेवन लगभग वर्जित है। अक्सर हल्दी में दूध मिलाकर पीने की सलाह सर्दियों के लिए दी जाती है। गर्मियों के मौसम में हल्दी दूध शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।

एलर्जी कारक भी हो सकता है हल्दी वाला दूध

प्रत्येक व्यक्ति का शरीर अलग-अलग पदार्थों के लिए अलग-अलग प्रकार से प्रतिक्रिया दर्शाता है। कुछ लोगों को हल्दी से एलर्जी होती है और किसी को दूध से। इसलिए ऐसे व्यक्ति जिनका शरीर एलर्जी को होता है उनको हल्दी और दूध के सेवन से बचना चाहिए अन्यथा फायदे के स्थान पर नुकसान उठाना पड़ सकता है।

लीवर की समस्या को बढ़ा सकता है हल्दी दूध

अगर आप किसी प्रकार के लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं तो हल्दी वाला दूध आपके लिए बिल्कुल भी नहीं है। क्योंकि दूध पचने में गरिष्ठ होता है इसलिए लीवर की समस्या वाले व्यक्ति को दूध का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। गरिष्ठ पदार्थ के सेवन से लीवर की समस्या में इजाफा हो सकता है।

गर्भवती महिला के लिए वर्जित है हल्दी वाला दूध

हल्दी दूध गर्भवती महिला को फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए चाहे सर्दी का मौसम हो अथवा गर्मी का गर्भवती महिला को हल्दी दूध के सेवन से बचना चाहिए। हल्दी वाला दूध पेट की गर्मी को बढ़ाता है साथ ही या गर्भाशय में संकुचन गर्भाशय के रक्तस्राव अथवा गर्भाशय में ऐठन को बढ़ा सकता है।

अगर आप फैमिली प्लान कर रहे हैं तो ना लें हल्दी दूध

अगर आप फैमिली प्लान कर रहे हैं तो हल्दी वाला दूध आपके लिए नहीं है। हल्दी में दूध मिलाकर पीने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम होती है जोकि इस स्पर्म की सक्रियता को रोकती है। अतः गर्भधारण में समस्या उत्पन्न होती है।

एनीमिया से पीड़ित व्यक्ति को हल्दी दूध का सेवन नहीं करना चाहिए

कई स्वास्थ्य कारणों से व्यक्ति एनीमिक हो जाता है और उसके शरीर में आयरन की कमी हो जाती है। ऐसे व्यक्तियों को हल्दी दूध फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकते हैं। क्योंकि हल्दी में उपस्थित तत्व आयरन को सौंखने का काम करते हैं। जो एनीमिया को बढ़ा सकते हैं।





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